आईएमए गोरखपुर ने किया विरोध प्रदर्शन, कहा बंद हो डॉक्टरों के साथ हिंसा की घटनाएं

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गोरखपुर। आज केंद्रीय IMA के आवाहन पर गोरखपुर आईएमए ने डॉक्टरों के ख़िलाफ़ होने वाली मारपीट की दुर्घटनाओं के विरोध में सीतापुर EYE हॉस्पिटल स्थित IMA भवन में काले कपड़े तथा काली पट्टियां पहन के इस सामाजिक उत्पीड़न के ख़िलाफ़ अपना विरोध प्रदर्शित किया।

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इस अवसर पर मीडिया प्रभारी डॉक्टर अमित मिश्रा ने बताया कि कोई भी डॉक्टर अपने मरीज़ को ठीक करने के लिए अपना पूरा प्रयास करता है लेकिन किन्हीं परिस्थितियों में बीमारी की स्थिति गंभीर होने के कारण कई बार पूरे प्रयास के बाद भी वह मरीज़ को ठीक करने में असफल रहता है, अथवा कई बार इलाज की इस दौरान मरीज़ की मृत्यु भी हो जाती है। लेकिन ऐसी परिस्थितियों में मरीज़ के परिजनों द्वारा डॉक्टर के साथ मारपीट करना या उसके अस्पताल में तोड़फोड़ करना पुरी तरह अनुचित है।

सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को ज़मीनी स्तर पर पूर्णतया लागू करना चाहिए, जिससे डॉक्टरों के अंदर सुरक्षा का भाव उत्पन्न हो सके और वह निर्भीक होकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें।

इस अवसर पर गोरखपुर आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर मंगलेस श्रीवास्तव तथा आईएमए सचिव डॉक्टर वी एन अग्रवाल ने बताया कि इस तरह की डॉक्टरों के प्रति मारपीट की घटनाएँ एक स्वस्थ समाज के लिए अच्छी नहीं है।

क्योंकि अगर डॉक्टर अपने मरीज़ का इलाज करते वक़्त होने वाली इन दुर्घटनाओं से सशंकित रहेगा तो वह अपने मरीज़ को अपना सौ प्रतिशत नहीं दे पाएगा, जिससे अंत में उस मरीज़ और समाज का ही नुक़सान होगा।

उन्होंने बताया कि कई बार ऑपरेशन के दौरान विषम परिस्थितियों में हार्ट अटैक होने की संभावना रहती है। जिसमें मरीज़ की तत्काल मृत्यु हो जाती है और चिकित्सक कि इसमें कोई गलती नहीं रहती है लेकिन मरीज़ के परिजन इस परिस्थिति को न समझते हुए डॉक्टर तथा अस्पताल के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार करते हैं।

डॉक्टर वीएन अग्रवाल ने बताया की महामारी के दौरान डॉक्टरों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए मरीज़ों की सेवा में कोई कमी नहीं रखी।

सिर्फ़ गोरखपुर में ही कुल 15 डॉक्टरों की मृत्यु मरीजों की सेवा करते हुए हुई, जो कि समाज के लिए तथा पूर्वांचल के मरीज़ों के लिए एक बड़ी क्षति है। लेकिन फिर भी हम डटे रहे और सेवा करते रहे।

इस अवसर पर प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आर एन सिंह, डॉक्टर ए सी कौशिक, डॉक्टर अजय शुक्ला, डॉक्टर रत्नेश तिवारी, डॉक्टर शशिकांत दीक्षित, डॉक्टर आनंद अग्रवाल, डॉक्टर अश्विनी अग्रवाल, डॉक्टर शांतनु अग्रवाल, डॉक्टर संजीव सिंह, डॉक्टर मनमोहन बरनवाल, डॉक्टर वा ई सिंह, डॉक्टर एके चतुर्वेदी, डॉक्टर दीप्ति चतुर्वेदी, डॉक्टर जेपी जायसवाल, डॉक्टर इमरान अख़्तर, डॉक्टर अजय श्रीवास्तव, डॉक्टर गोविंद भगत आदि आदि उपस्थित रहे