Home गोरखपुर रहना है स्वस्थ तो आइये ‛खाकसंग’

रहना है स्वस्थ तो आइये ‛खाकसंग’

गोरखपुर। खाकसंग कोई संस्था नही बल्कि एक परिवार है, जिसमे आने वाला हर वह व्यक्ति जो किसी गम्भीर बीमारी से जूझ रहा हो इस परिवार का सदस्य बन जाता है। आज हर व्यक्ति किसी न किसी गम्भीर बीमारी से जूझ रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद भी बीमारी से निजात नही मिल पाता है, लेकिन एक बार खागसँग में आ गए तो गम्भीर से गम्भीर बीमारी कुछ दिनों में समाप्त हो जायेगी। यह एक निशुल्क थेरेपी है जिसका लाभ आज जिले के सैकड़ो लोग लेने के लिए यहाँ आ रहे हैं। ये कहना है खागसंग के संचालक डॉ0 अमिन का।

आपको बता दें कि खागसंग एक हेल्थ केयर सेंटर है जहाँ लो लेवल लेज़र थेरेपी, चैम्प बीम, खागसँग वेव जो की सबसे आधुनिक थेरेपी मशीनों में से एक है, लेज़र क्वीन लेज़र क्वीन को शरीर पर लो लेवल लेज़र फेडोलाइट का अधिकतम हीलिंग प्रभाव पहुंचाने के लिए प्रयोग किया जाता है।

डॉ0 अमिन का कहना है कि इस लेज़र क्वीन से निकलने वाली F.I.R. किरणे शरीर में नई एवं पुरानी से पुरानी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

फेडो सामछो:फेडो सामछो एक साऊथ कोरियाई शब्द है। साम छो ड़ो शब्दों से मिलकर बना है। साम का अर्थ होता है थ्री ता तीन जबकि छो का अर्थ होता है गर्मी। इसका मतलब यह है कि जब हम साम छो का यूज़ करते हैं तो यह एक साथ शरीर के तीन भागों में FIR र्ज़ का लाभ प्रदान करता है।

इन थेरेपी के द्वारा लोग फिट रहने के लिए जबकि कुछ ऐसे व्यक्ति भी हैं जो अपनी बीमारी से निजात पाने के लिए भी आ रहे हैं। डॉ0 अमिन ने यह भी बताया कि गोरखपुर में इस सेंटर को खोलने का मुख्य लक्ष्य यह है कि लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ हो और दवाई का प्रयोग करना बंद कर दें। आपको बता दें कि इस सेंटर का ध्येय वाक्य ही यह है ‛स्वास्थ्य का रखेंगे ध्यान तभी बनेंगे बिगड़े काम।’

क्या कहना है यहां आने वाले लोगों का
इस संस्था में आने वाले लोगों का कहना है कि जबसे वो यहां आ रहे है उनको बहुत अच्छा और स्वस्थ फील हो रहा है।

वहीं एक पैरालाइज रिटायर पुलिस का कहना है कि जब वह यहां पहले दिन आये तो अपना नाम तक नही बोल प् रहे थे लेकिन आज सामान्य रूप से बातचीत भी कर ले रहे हैं।

इस सेंटर में ऐसे कई लोग आते हैं जो विभिन्न बीमारियों से पीड़ित थे,अब ठीक हैं और अब फिट रहने के लिए आ रहे हैं।

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