बसंतपुर को यूपीएचसी श्रेणी में एनक्वास दिलवाने में योगदान के लिए 58 स्वास्थ्यकर्मी सम्मानित

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गोरखपुर। तमाम चुनौतियों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रखना सभी की जिम्मेदारी है। बसंतपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र ने जो प्रदर्शन किया है, वह बाकी स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी अनुकरणीय है।

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उक्त बातें एडी हेल्थ डॉ. रमेश गोयल ने कहीं। बसंतपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र को प्रदेश में सबसे पहले यूपीएचसी श्रेणी में एनक्वास सर्टिफिकेशन दिलवाने में योगदान देने वाले 58 लोगों को सम्मानित करने के बाद प्रेरणा श्री सभागार में उन्होंने बुधवार को सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए यह बातें कहीं।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने कहा कि कोविड काल में भी पूरी तन्मयता से स्वास्थ्यकर्मियों ने कार्य किया है।

उन्होंने जनपद के स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की कि सभी लोग स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बनाये रखें ताकि पूरा जिला एनक्वास का सम्मान पा सके।

कार्यक्रम में स्वास्थ्यकर्मियों समेत यूएनडीपी, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर), यूपीटीएसयू, पीएसआई और विश फाउंडेशन के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनवरी 2020 में ही बसंतपुर को एनक्वास सर्टिफिकेशन मिल गया था लेकिन कोविड के कारण सम्मान समारोह का आयोजन नहीं हो सका। वर्ष 2019 में 27 और 28 नवम्बर को भारत सरकार की टीम ने 1200 बिंदुओं पर इस यूपीएचसी का मूल्यांकन किया था।

मूल्यांकन में 95.4 फीसदी अंकों के साथ इस यूपीएचसी को एनक्वास का सर्टिफिकेशन मिला । इस पुरस्कार को दिलाने में सबसे अहम भूमिका नोडल अधिकारी तत्कालीन सीएमओ डॉ. एसके तिवारी, तत्कालीन नोडल अधिकारी डॉ. आईबी विश्वकर्मा, वर्तमान नोडल अधिकारी डॉ. नंद कुमार, डॉ. नीरज कुमार पांडेय, मंडल कार्यक्रम प्रबंधक (एनएचएम) अरविंद पांडेय, मंडलीय कंसल्टेंट डॉ. प्रीती सिंह, डॉ. जसवंत मल्ल समेत मंडलीय टीम, जिला समन्वयक सुरेश सिंह चौहान समेत जिला स्तरीय टीम, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव और उनकी टीम एवं जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा खान समेत सहयोगी पार्टनर संस्थाओं और स्वास्थ्यकर्मियों की रही है। ऐसे कुल 58 लोगों को सम्मानित किया गया है।

शहरी स्वास्थ्य केंद्रों के नोडल अधिकारी डॉ. नंद कुमार ने इस अवसर पर कहा कि बसंतपुर को मिला एनक्वास, वहां के टीम भावना की देन है। यह एक मात्र प्रदेश की ऐसी यूपीएचसी है जिसे यह सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ था।

कार्यक्रम का संचालन जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा खान ने किया। कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एएन प्रसाद भी मौजूद रहे।

डॉ. पल्लवी ने साझा किये अनुभव

बसंतपुर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने इस अवसर पर अपने अनुभवों को साझा किया और कहा कि जो भी सम्मान प्राप्त हुआ है वह पूरे टीम की देन है।

उनकी अवकाश पर जाने की दशा में भी टीम उसी सद्भाव के साथ काम करती है। उन्होंने मंडल और जिले के नेतृत्व के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता कुसुमलता ने कहा कि जब से एनक्वास का सर्टिफिकेशन हुआ है तब से क्षेत्र उन लोगों का भी सम्मान बढ़ा है। लोग उन्हें बसंतपुर की आशा के नाम से जानते हैं।

यह हैं बसन्तपुर के स्टार

बसन्तपुर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव और उनकी टीम के ओंकार नाथ, अजय कुमार, किरण चौरसिया, चंद्रशेखर, आशीष, सविता साहनी, सुमित्रा देवी, सविता दूबे, आलोक पांडेय, नजमा, मधुकर, कुमार सानू, जीता, सोनिका, कुसुम, माया और बबिता को आयोजन में बसंतपुर का स्टार कह कर संबोधित किया गया और सभी को प्रशस्ति पत्र के साथ गिफ्ट पैकेट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डेरवा, बसंतपुर और जीतेगा इंडिया शार्ट फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। बसंतपुर की उपलब्धियों से जुड़ा प्रस्तुतिकरण भी हुआ।

यह लोग हुए सम्मानित

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंद कुमार, डॉ. नीरज कुमार पांडेय, डॉ. एके चौधरी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव, डॉ. अमित शाही, डॉ. विराट स्वरूप श्रीवास्तव, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एके पांडेय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डिवीजनल कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद पांडेय, डिवीजनल क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ. जसवंत मल्ल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेट डॉ. मुस्तफा खान, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, डिवीजनल कंसल्टेंट (एनयूएचएम) डॉ. प्रीती सिंह, डीईआईसी मैनेजर डॉ. अर्चना कुमारी, जिला समन्वयक (एनयूएचएम) सुरेश सिंह चौहान, डैम पवन कुमार, डीडीएम पवन कुमार गुप्ता, मनीष त्रिपाठी, संदीप राय, आदिल, मो. फैजान, विजय कुमार श्रीवास्तव, रमेंद्र त्रिपाठी, दुर्गेश गुप्ता, सिद्धेश्वरी सिंह, डॉ. एसके द्विवेद्वी, प्रतीक श्रीवास्त, इफ्तेखार, जावेद, पवन सिंह, धर्मवीर प्रताप सिंह, अभय नारायण मिश्रा, डॉ. भोला गुप्ता, अमरनाथ जायसवाल, सीफॉर के प्रतिनिधि वेद प्रकाश पाठक, विश फाउंडेशन के प्रतिनिधि अंजुम गुलवेज, पीएसआई संस्था के प्रतिनिधि केवल सिंह सिसौदिया एवं तूलिका, यूपीटीएसयू के प्रतिनिधि विनोद मिश्रा, राजेश चौबे और केपी शुक्ला को इस मौके पर प्रशस्ति पत्र दिया गया।