आस्था का केंद्र है गगहा में स्थित माँ दुर्गा का मंदिर, पूरे वर्ष होती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़

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गगहा: वैसे तो नवरात्र के पवित्र महीने में हर देवी मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है मगर जनपद के दक्षिणांचल में गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग-29 पर 45 किमी हाईवे से सटे मां दुर्गा का प्रसिद्ध मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बना हुआ है।

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यहाँ निष्ठापूर्वक माँगी गई भक्तों की हर मुरादें मां पूरी करतीं हैं।यहाँ के गौरवशाली अतीत को याद करें तो ऐसा सुना जाता है यह क्रांतिकारी भूमि बाबा शक्ति सिंह की कर्मस्थली है जो क्षत्रियों के इतिहास को सजोये है, इस मन्दिर का भब्य निर्माण स्व. रामबचन सिंह ने अपने बड़े भाई स्व.काशीनाथ सिंह व स्व.रघुराज सिंह के सहयोग से सन1969ई में कराया।

इस मन्दिर के उत्तरी दीवार पर आज भी बाबा शक्ति सिंह का चित्र स्थित है जिनके विषय में कहा जाता है कि प्राचीन समय में गगहा में सिर्फ जंगल झाड़ियां थीं और इस पूरे इलाके को थारु जाति ने अपने कब्जे में ले लिया था और सिर्फ उन्हीं की हुकूमत यहाँ चलती थी।वास्तव में यह क्षेत्र सतासी राज्य रुद्रपुर के अधीनस्थ था, थारूओं के सम्राट राजा को कर नहीं देते थे और अगल-बगल के गाँवो को क्षति पहुंचाते थे, उनसे मुक्ति दिलाने के लिए राजस्थान के महाबली बाबा शक्ति सिंह को रुद्रपुर स्टेट ने आमन्त्रित किया जिस पर काफी संघर्ष के बाद बाबा शक्ति सिंह गगहा को थारूओं से मुक्त कराये और यहीं बस गये तथा लोगों में जनजागृति पैदा कर संगठित समाज को साथ लेकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग छेड़कर मोर्चा संभालते हुये अंग्रेजों के छक्के छुड़ाये।

गगहा के चन्द्रवंशी पालीवाल जिनका गोत्र व्याघ्रपद, त्रिपर्वर अंगिरस बाबा शक्ति सिंह के ही वंशज हैं।जिनकी आराध्य गगहा की प्रसिद्ध मां दुर्गा जी हैं इस मन्दिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर भगवान श्रीगणेश तथा भगवान भोलेनाथ नन्दी के साथ विराजमान हैं, गर्भगृह में माँ की प्रतिमा अद्भूत छटा बिखेर रही है साथ ही संकटमोचन हनुमानजी व भैरव जी मन्दिर की भब्यता को प्रदर्शित कर रहे हैं, मन्दिर के बगल मेंस्व.रामबचन सिंह के खाड़सारी मील प्रांगण में 52 वर्षों से अनवरत रामनवमीं के दिन विराट दंगल का आयोजन किया जाता है जिसके संयोजक गगहा के पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि जयवीर सिंह हैं, जो अपने पूर्वजों द्वारा प्रारंभ किये गए इस प्रतियोगिता को आज भी चला रहे हैं।
मंदिर के पुजारी दीपक पांडेय मां की सेवा व आराधना में तल्लीन रहते हैं।

महीने भर में सजता है अखाड़ा

गगहा में रामनवमीं के दिन होने वाले आयोजन की तैयारी एक माह पूर्व शुरू हो जाती है क्योंकि यह ऐसा दंगल हैं जहां क्षेत्र के दर्शक रामनवमीं के दिन समय से दंगल घर में पहुँचते हैं क्षेत्र के छोटे बच्चे भी इस दंगल में अपने कला के प्रदर्शन हेतु पहले से तैयार रहते हैं हटवा के प्रधान प्रतिनिधि रणबीर सिंह(बबलू) ने बताया कि भिन्न-भिन्न प्रान्तों के अलावा कई जनपद के पहलवानों को आमंत्रण दिया गया है उन्होंने 7 अक्टूबर सोमवार को क्षेत्रीय जनता से कार्यक्रम में पहुँचने की अपील किया है।